प्रमोशन में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा। शुक्रवार को देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में एससी-एसटी इम्प्लॉइज फेडरेशन ने एलान किया है। इस दौरान कहा गया कि प्रमोशन में आरक्षण की मांग को लेकर आगामी 15 अप्रैल से प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार को देहरादून में प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने के खिलाफ प्रतिबंधित क्षेत्र परेड ग्राउंड में धरना देने वाले दौलत कुंवर समेत पांच लोगों को पुलिस ने शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। उधर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच ने पुलिस कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है।
प्रदेश सरकार ने लंबे आंदोलन के बाद बुधवार को प्रमोशन से रोक हटा दी थी। सरकार के इस फैसले के बाद हड़ताल समाप्त हो गई थी। सरकार के फैसले से एससीएसटी कर्मचारी भड़क गए थे।
कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी कड़ी में उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर अपने साथी सुरेंद्र रावत निवासी धूमाकोट, ध्यान सिंह राणा निवासी इड़ा नौ गांव पौड़ी, जहीर अहमद निवासी राजीवनगर कंडोली और विजय थापा निवासी शांति विहार अपने साथियों के साथ बृहस्पतिवार सुबह परेड ग्राउंड में धरने पर बैठ गए।
इससे पहले गुरुवार को देहरादून में प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने के खिलाफ प्रतिबंधित क्षेत्र परेड ग्राउंड में धरना देने वाले दौलत कुंवर समेत पांच लोगों को पुलिस ने शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। उधर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच ने पुलिस कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है।
प्रदेश सरकार ने लंबे आंदोलन के बाद बुधवार को प्रमोशन से रोक हटा दी थी। सरकार के इस फैसले के बाद हड़ताल समाप्त हो गई थी। सरकार के फैसले से एससीएसटी कर्मचारी भड़क गए थे।
कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी कड़ी में उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर अपने साथी सुरेंद्र रावत निवासी धूमाकोट, ध्यान सिंह राणा निवासी इड़ा नौ गांव पौड़ी, जहीर अहमद निवासी राजीवनगर कंडोली और विजय थापा निवासी शांति विहार अपने साथियों के साथ बृहस्पतिवार सुबह परेड ग्राउंड में धरने पर बैठ गए।
डालनवाला इंस्पेक्टर मणिभूषण श्रीवास्तव ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। उनका कहना था कि परेड ग्राउंड में धरना देना प्रतिबंधित है। यदि उन्हें धरना देना है तो वे अधोईवाला रायपुर जा सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि पुलिस के समझाने के बावजूद ये लोग नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने शांति भंग के आरोप में दौलत कुंवर और उसके चार साथियाें को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
उधर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश सह संयोजक संदीप कुमार पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के काले फैसले के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर पुलिस ने बर्बरता से लोगों और महिलाओं को सड़क पर घसीटा, जिसमें कई को चोटें आई हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने के खिलाफ लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि पुलिस के समझाने के बावजूद ये लोग नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने शांति भंग के आरोप में दौलत कुंवर और उसके चार साथियाें को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
उधर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के प्रदेश सह संयोजक संदीप कुमार पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के काले फैसले के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर पुलिस ने बर्बरता से लोगों और महिलाओं को सड़क पर घसीटा, जिसमें कई को चोटें आई हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने के खिलाफ लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।